अक्टूबर 2024 में स्थापित हेल्पिंगहैंड फाउंडेशन एक ऐसा निस्वार्थ ट्रस्ट है, जिसकी जड़ें मानवता की सेवा में गहराई से जुड़ी हैं। इसकी स्थापना श्री वैभव श्रीवास्तव और उनके जैसे ही संवेदनशील, हमदर्द साथियों ने की — एक ऐसे युवा, जो स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े पेशेवर होने के साथ-साथ एमबीए स्नातक भी हैं।
इस नींव की प्रेरणा कोविड-19 महामारी के उन कठिन दिनों से मिली, जब अनगिनत ज़िंदगियां बिखर गईं, रिश्ते छिन गए, और संसाधनों की कमी ने असंख्य परिवारों को असहाय कर दिया। उस समय करुणा ही सबसे मूल्यवान संपत्ति बन गई थी। इन्हीं परिस्थितियों में, श्री वैभव ने बिना किसी अपेक्षा के, जरूरतमंदों की मदद का बीड़ा उठाया। उनकी यह व्यक्तिगत पहल जल्द ही एक सामूहिक संकल्प में बदल गई, जिसमें उनके मित्रों और शुभचिंतकों ने दिल से साथ दिया।
हेल्पिंगहैंड फाउंडेशन का मूल विश्वास है — "हर नेक काम मायने रखता है, और छोटी से छोटी कोशिश भी बड़ा बदलाव ला सकती है।" इसी सोच के साथ संस्था स्वास्थ्य सेवाओं, आपातकालीन सहायता, आवश्यक वस्तुओं का वितरण और वंचित समुदायों के कल्याण के लिए कार्यरत है।
मानवता के प्रति गहरी संवेदना और एक समान, न्यायपूर्ण समाज के सपने के साथ, हेल्पिंगहैंड फाउंडेशन आज भी अपने कदम आगे बढ़ा रहा है — ताकि जहां भी कोई निराश हो, वहां उम्मीद की किरण पहुंच सके, जहां कोई अकेला हो, वहां सहारा मिल सके, और जहां कोई टूट चुका हो, वहां उसे गरिमा के साथ जीने का हौसला मिल सके।